केजीएमयू माइक्रोबयॉलजिस्ट डिपार्टमेंट की डॉ. अमिता जैन ने दिए एनबीटी के पाठकों के सवालों के जवाब
डेंगू एकदम साधारण बुखार जैसा है। अगर किसी को डेंगू हो जाए तो डरने की कतई जरूरत नहीं है। अस्सी से नब्बे फीसदी मरीजों को तो अस्पताल तक जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। सिर्फ घर पर ही दवाएं लेकर आराम करने की नसीहत दी जाती है। एक फीसदी से कम मरीजों में ही डेंगू जानलेवा होता है। प्लेटलेट्स कम होना डेंगू का खतरनाक होना नहीं है। प्लेटलेट्स तो किसी भी बीमारी में कम हो सकती है। जो बुखार के सही होने पर अपने आप बढ़ने लगती है। शहर से लेकर पूरे प्रदेश में फैली डेंगू की बीमारी और उससे ज्यादा फैले डर को लेकर केजीएमयू की माइक्रोबयॉलजी विभाग की प्रो़ अमिता जैन ने एनबीटी के पाठकों के सवालों के जवाब दिए
डेंगू एकदम साधारण बुखार जैसा है। अगर किसी को डेंगू हो जाए तो डरने की कतई जरूरत नहीं है। अस्सी से नब्बे फीसदी मरीजों को तो अस्पताल तक जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। सिर्फ घर पर ही दवाएं लेकर आराम करने की नसीहत दी जाती है। एक फीसदी से कम मरीजों में ही डेंगू जानलेवा होता है। प्लेटलेट्स कम होना डेंगू का खतरनाक होना नहीं है। प्लेटलेट्स तो किसी भी बीमारी में कम हो सकती है। जो बुखार के सही होने पर अपने आप बढ़ने लगती है। शहर से लेकर पूरे प्रदेश में फैली डेंगू की बीमारी और उससे ज्यादा फैले डर को लेकर केजीएमयू की माइक्रोबयॉलजी विभाग की प्रो़ अमिता जैन ने एनबीटी के पाठकों के सवालों के जवाब दिए
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